‘मैं बचपन में कृष्ण की जिन लीलाओं को सुनकर बड़ी हुई, आज उनसे मेरी असहमति है’

क्या कृष्ण की लीलाओं को यौन उत्पीड़न के नज़रिये से देखा जा सकता है? रासलीला और नटखटपन के नाम पर कृष्ण द्वारा गोपियों के प्रति किया गया व्यवहार मेरे मन में कई सवाल खड़े करता है.

मालूम नहीं क्यों अगस्त के ढलते पखवाड़े में धृतराष्ट्र आलिंगन की याद आ गई

धृतराष्ट्र आलिंगन लोकबुद्धि के सबसे दिलचस्प शब्दों में से एक है. शक्तिशाली जब सम्मुख हो तो उसके प्रत्येक प्रस्ताव की ठीक से जांच किए बिना उसे ग्रहण करना ख़ुद को जोख़िम में डालना है.

प्रशांत भूषण और सतही ​समझ के धार्मिकों का अधर्म

भारतीय परंपरा और लड़कियों की सुरक्षा की ओट में पुरानी पीढ़ी का आधुनिकता विरोध एक ऐसे सांस्कृतिक साम्राज्यवाद को मज़बूती दे रहा है जो आगे जाकर भारतीय सभ्यता से समन्वयवाद का पूरा सफाया करने में संकोच नहीं करेगा.