26 अक्टूबर 2015 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हस्तक्षेप के बाद देश लौटी गीता को इंदौर के एक एनजीओ में भेज दिया गया था. पिछले पांच सालों में बीस से ज्यादा परिवार गीता को अपनी बेटी बता चुके हैं, लेकिन सरकार की जांच में किसी भी परिवार का दावा वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है.
आरटीआई के ज़रिये हुए इस खुलासे के बाद विपक्ष ने 2017 में हुए गीता महोत्सव आयोजन के जांच की मांग की.
शायर अनवर जलालपुरी ऐसे गुलाब थे जिसकी ख़ुशबू जलालपुर की सरहदों को पार कर पूरी दुनिया में फैली और दिलों को महकाया.
अनवर जलालपुरी को याद करते हुए मशहूर शायर मुनव्वर राना कहते है कि एक टीचर के बतौर वो हमेशा यही चाहते थे कि मुशायरे का स्तर ख़राब न हो. वो सांप्रदायिकता और अश्लीलता की तरफ न जाये.