दो बार जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे चंद्रशेखर की 31 मार्च 1997 को बिहार के सीवान शहर में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान हत्या कर दी गई थी.
दलित उत्पीड़न के ख़िलाफ़ रविवार को भीम सेना ने राजधानी दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया, जिसमें हज़ारों की संख्या में लोग शामिल हुए.
चंद्रशेखर ने कहा था, ‘हां, मेरी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है- भगत सिंह की तरह जीवन, चे ग्वेरा की तरह मौत.’ उनके दोस्त कहते हैं कि चंदू ने अपना वायदा पूरा किया.