पिछले कुछ सालों में उर्दू की दुनिया में रेख़्ता ने अलग मक़ाम हासिल किया है, उर्दू की हज़ारों क़िताबें, लाखों शेर और शायरों के काम को संजोया है. रेख़्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सराफ से बातचीत
पिछले कुछ सालों में उर्दू की दुनिया में रेख़्ता ने अलग मक़ाम हासिल किया है, उर्दू की हज़ारों क़िताबें, लाखों शेर और शायरों के काम को संजोया है. रेख़्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सराफ से बातचीत