सीबीआई ने तेल मंत्रालय की शिकायत के बाद एफ़आईआर दर्ज की है. जांच में पता चला कि 2008 में वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज़ की सब्सीडियरी वीडियोकॉन हाइड्रोकार्बन होल्डिंग लिमिटेड ने मोज़ाम्बिक में एक अमेरिकी कंपनी से तेल और गैस ब्लॉक में ग़लत तरीके से 10 फ़ीसदी भागीदारी हासिल की.
इस वृद्धि से डीज़ल के दाम जहां नई ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, वहीं पेट्रोल के दाम भी दो साल की ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं. तेल कंपनियों ने अप्रैल, 2002 में पेट्रोल-डीज़ल के दाम में हर पखवाड़े बदलाव करने की शुरुआत की थी. उसके बाद से किसी पखवाड़े में दाम में यह सबसे बड़ी वृद्धि है.