सुप्रीम कोर्ट के पिछले साल सभी आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर के दर्शन की अनुमति देने के बाद अयप्पा मंदिर के दर्शन करने वाली महिला कार्यकर्ता बिंदू अम्मिनी मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे महिला कार्यकर्ताओं के समूह में शामिल थीं.
पुलिस ने बताया कि आंध्रप्रदेश से आए समूह में शामिल लोगों के पहचानपत्र की जांच की गई और प्रतिबंधित उम्र सीमा में होने की वजह से सबरीमाला में मौजूदा स्थिति की जानकारी देकर 10 युवा महिलाओं को वापस भेज दिया गया.
केरल में स्थित सबरीमाला मंदिर के कपाट आज शाम 5 बजे के आसपास खोले जाएंगे. सुरक्षा की दृष्टि से भगवान अयप्पा के मंदिर में और उसके आस-पास 10 हजार से अधिक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
विरोध प्रदर्शन के चलते 1,369 लोगों की गिरफ़्तारी के अलावा 717 लोगों को हिरासत में लिया गया और 801 केस भी दर्ज किए जा चुके हैं.
सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश के बाद भाजपा ने राज्य में शुरू किया विरोध प्रदर्शन. दो मंत्रियों को दिखाए गए काले झंडे. पिछले साल 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सभी आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का आदेश दिया था.
मीडिया बोल की 73वीं कड़ी में उर्मिलेश सबरीमाला मंदिर विवाद पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान और सीबीआई विवाद पर हार्ड न्यूज़ के संपादक संजय कपूर और वरिष्ठ पत्रकार प्रंजॉय गुहा ठाकुरता से चर्चा कर रहे हैं.
केरल पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सबरीमाला में भगवान अयप्पा के भक्तों की भावनाओं का दमन किया जा रहा है.
मीडिया बोल की 72वीं कड़ी में उर्मिलेश सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर वरिष्ठ पत्रकार एन. जीगीश और इस मामले में याचिकाकर्ता वकील भक्ति पसरीजा सेठी और सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन से चर्चा कर रहे हैं.
भगवान अयप्पा का दर्शन करने गईं दो महिलाओं को वापस लौटना पड़ा है. एक महिला पत्रकार और एक अन्य महिला ने भारी विरोध के चलते वापस लौटने का फैसला किया है.
सबरीमाला पहाड़ी से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात. मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि सामाजिक सुधार की सभी पहलों को रूढ़िवादी तत्वों के विरोध का सामना करना पड़ता है. सरकार सबरीमाला के नाम पर कोई हिंसा नहीं होने देगी. श्रद्धालुओं को रोकने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
केरल के कोल्लम में भाजपा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए अभिनेता कोल्लम तुलसी ने कहा कि सबरीमाला में प्रवेश करने वाली महिलाओं के दो टुकड़े करके एक टुकड़ा दिल्ली भेज देना चाहिए और दूसरा मुख्यमंत्री कार्यालय में फेंक देना चाहिए.