संपादकीय: बंदूक की नली से कोई हल नहीं निकलता कोई भी राजनीतिक आंदोलन, जो लोगों के जीवन में बदलाव लाने का दावा करता है, उसका लोकतांत्रिक होना बहुत ज़रूरी है.15/11/2018