साल 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान के खतरनाक पैटन टैंक तबाह करने वाले परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के बेटे अली हसन की कानपुर के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. उनके बेटे ने दावा किया कि डॉक्टरों ने उनके पिता की कोविड जांच कराने की जहमत भी नहीं उठाई कि पता लग पाता कि वह संक्रमित थे या नहीं.
वीर अब्दुल हमीद 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में छह पाकिस्तानी टैंक तोड़कर 10 सितंबर 1965 को युद्ध क्षेत्र में वीरगति को प्राप्त हुए थे.