केंद्र ने सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाणित फिल्म के दोबारा प्रमाणन संबंधी विधेयक का मसौदा पेश किया

कर्नाटक हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार पर उन फिल्मों के संबंध में दोबारा समीक्षा की शक्तियों के प्रयोग पर रोक लगाई हुई है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी बरक़रार रखा है. केंद्र सरकार ने मसौदा सिनेमेटोग्राफ (संशोधन) विधेयक 2021 पर दो जुलाई तक जनता की राय मांगी है. विधेयक में फिल्मों की पायरेसी पर जेल की सज़ा और जुर्माने का प्रावधान भी प्रस्तावित है.

मशहूर संगीतकार वनराज भाटिया का निधन

श्याम बेनेगल के साथ 94 वर्षीय वनराज भाटिया ने दो दशक से अधिक समय तक काम किया था. बेनेगल की फिल्म ‘अंकुर’, ‘निशांत’, ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘मं​डी’ के अलावा उनके धारावाहिक ‘यात्रा’ और ‘भारत एक खोज’ के लिए उन्होंने संगीत दिया था. उन्होंने समानांतर सिनेमा में दिए गए अपने संगीत से काफी नाम कमाया था. भारतीय शास्त्रीय संगीत के साथ पश्चिमी शैली का मिश्रण उनकी पहचान रही है.

राष्ट्रीय पुरस्कार: कंगना सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, मनोज वाजपेयी तथा धनुष सर्वश्रेष्ठ अभिनेता

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए निर्देशक प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म 'मरक्कर: अरबिकाडालिन्ते सिंहम' को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म, संजय पूरन सिंह चौहान को हिंदी फिल्म 'बहत्तर हूरें' के लिए सर्वोत्तम निर्देशक का पुरस्कार दिया गया है. सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'छिछोरे' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के तौर पर चुना गया.

भावनाओं के तांडव पर इतनी महाभारत क्यों?

वीडियो: हाल में रिलीज़ हुईं कुछ वेब सीरीज़- तांडव, अ सूटेबल बॉय, पाताल लोक, आश्रम वगैरह को लेकर हुए विवाद से लगता है कि कलाएं, जिन्हें अभिव्यक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण माना जाता है, उनकी किसी भी बात को आधार बनाकर विवाद खड़ा कर देना सबसे आसान है.

‘स्कैम 92’ इस बात का उदाहरण है कि बिना गंदगी दिखाए भी वेब सीरीज़ बन सकती है: राजेश जैस

90 के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए धारावाहिक ‘शांति’ से चर्चा में आए अभिनेता राजेश जैस हाल ही में ‘स्कैम 92’, ‘पाताललोक’ और ‘पंचायत’ जैसी वेब सीरीज़ में नज़र आ चुके हैं. उनसे प्रशांत वर्मा की बातचीत.

‘18 वर्ष तक संघर्ष कर मैं ज़िंदा हुआ था, एक बार फिर से मृतक बना दिया गया’

18 सालों तक सरकारी कागज़ों में 'मृत' दिखाए गए आज़मगढ़ के लाल बिहारी मृतक के जीवन पर बनी फिल्म 'कागज़' की रिलीज़ से पहले लाल बिहारी ने निर्देशक सतीश कौशिक पर धोखाधड़ी और विश्वासघात के आरोप लगाते हुए फिल्म का प्रदर्शन रोकने की मांग की है.

इब्राहिम अलकाज़ी, रंगमंच और अभिनय की बात, राजेंद्र गुप्ता के साथ

वीडियो: कुछ ही समय पहले भारतीय रंगमंच ने अपने शिखर व्यक्तित्वों में से एक इब्राहिम अलकाज़ी को खो दिया. वह रंगमंच की दुनिया में कलाकारों की एक ऐसी पीढ़ी तैयार कर गए हैं, जिन्हें अपने-आप में अभिनय का स्कूल कहा जाता है. रंगमंच, टेलीविज़न और फिल्मों में अपनी छाप छोड़ने वाले राजेंद्र गुप्ता से द वायर की दामिनी यादव की बातचीत.

तेलुगू रंगमंच और फिल्म अभिनेता जय प्रकाश रेड्डी का निधन

जय प्रकाश रेड्डी को तेलुगू फिल्मों में निभाए गए उनके हास्य और विलेन के किरदारों के लिए जाना जाता है. आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित उनके घर पर हृदय गति रुकने की वजह से उनका निधन हुआ. वह 74 वर्ष के थे.

‘ब्लैक पैंथर’ का किरदार निभाने वाले अमेरिकी अभिनेता चाडविक बोसमैन का कैंसर से निधन

अमेरिका की फिल्म निर्माण कंपनी मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 2018 में आई फिल्म ‘ब्लैक पैंथर’ में अभिनेता चाडविक बोसमैन ने पहले अश्वेत सुपर हीरो का किरदार निभाया था, जिसने दुनिया भर में एक अरब डॉलर से ज़्यादा का कारोबार किया था.

गांव का विकास हो और वहीं रोज़गार मिले तो आदमी शहर क्यों जाएगा: पंकज त्रिपाठी

वीडियो: नेटफ्लिक्स पर हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म गुंजन सक्सेना में गुंजन के पिता का रोल निभाने वाले अभिनेता पंकज त्रिपाठी से नम्रता जोशी की बातचीत.

‘दृश्यम’ और ‘मदारी’ जैसी फिल्मों के निर्देशक निशिकांत कामत का निधन

फिल्म निर्देशक और अभिनेता निशिकांत कामत को पिछले दो साल से लिवर सिरोसिस बीमारी थी. कामत ने साल 2005 में ‘डोंबिवली फास्ट’ से फिल्म निर्देशन का सफ़र शुरू किया था. इस फिल्म को मराठी भाषा में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है.

भारतीय फिल्मों में कभी अल्पसंख्यकों को सही तरह से दिखाया ही नहीं गया: एमएस सथ्यू

साक्षात्कार: भारतीय उपमहाद्वीप के बंटवारे का जो असर समाज पर पड़ा, उसकी पीड़ा सिनेमा के परदे पर भी नज़र आई. एमएस सथ्यू की 'गर्म हवा' विभाजन पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक है. इस फिल्म समेत सथ्यू से उनके विभिन्न अनुभवों पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ भाटिया की बातचीत.

मशहूर कलाकार और हास्य अभिनेता जगदीप का निधन

जगदीप ने अपने 50 साल के करिअर में क़रीब 400 फिल्मों में काम किया. 1975 में आई फिल्म शोले के सूरमा भोपाली के उनके किरदार को प्रशंसक आज भी याद करते हैं. उनका डायलॉग ‘हमारा नाम सूरमा भोपाली एसे ही नहीं है’ काफी मशहूर है.

बॉलीवुड में मेरा होना ही नेपोटिज़्म को चुनौती देता है: मनोज बाजपेयी

वीडियो: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से बॉलीवुड में परिवारवाद और नेपोटिज़्म या भाई-भतीजावाद को लेकर बहस तेज़ हो गई है. इस मुद्दे को लेकर अभिनेता मनोज बाजपेयी से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

सुशांत की आत्महत्या, चैनलों की संवेदना की मौत

वीडियो: 14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की अचानक मृत्यु के बाद कुछ समाचार चैनलों ने इस बारे में स्तरहीन ख़बरें चलाईं, जिसकी काफ़ी आलोचना हुई. इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का नज़रिया.

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