ऐसी ख़बरें थीं कि बेजान दारूवाला की मौत कोरोना वायरस से हुई, लेकिन उनके बेटे नस्तूर दारूवाला ने बताया कि उनकी मौत कोरोना वायरस से नहीं हुई, बल्कि निमोनिया से हुई.
नेता कई तरह की गुप्त पूजा कराते हैं जिसका ख़र्च बीस-बीस लाख आता है. क्रिकेटर से लेकर सार्वजनिक जीवन का हर संभ्रांत प्रतीक अंधविश्वास का संरक्षक है, इसलिए सिरसा के डेरा समर्थकों को गंवारों की फौज न कहें.
निर्वाचन आयोग ने मीडिया संस्थानों को सख़्त निर्देश दिए हैं कि वो किसी भी चुनाव के नतीजों से जुड़ी ज्योतिषियों, टैरो कार्ड रीडर और पंडितों की भविष्यवाणी को प्रसारित न करें.