भारत-पाकिस्तान तनाव पर गीतकार जावेद अख़्तर ने कहा कि यह स्थिति पाकिस्तान के निरंतर आतंकवाद का समर्थन करने से उपजी है.
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में सज़ा-ए-मौत देने के मामले में चार दिन तक चलने वाली सुनवाई के दौरान दोनों देश अपनी-अपनी दलीलें रखेंगे. भारत की कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच यानी कांसुलर एक्सेस मुहैया कराने की मांग.
हैप्पीमॉन जैकब की हालिया किताब ‘द लाइन ऑफ कंट्रोल, ट्रैवलिंग विद द इंडियन एंड पाकिस्तानी आर्मी’ भारत-पाकिस्तान संबंधों की जटिलता को बहुत गहराई और दिलचस्प तरीके से हमारे सामने रखती है.
भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी ने मिलकर ‘द स्पाई क्रॉनिकल्स: रॉ, आईएसआई एंड द इल्यूज़न ऑफ पीस’ नाम की किताब लिखी है.
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा लिखित दलीलें दाख़िल करने के लिए भारत और पाकिस्तान को क्रमश: 17 अप्रैल और 17 जुलाई की समय सीमा दी गई है.
क्या कारण है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नहीं बता पा रहीं कि वे और उनका मंत्रालय जाधव की मां व पत्नी को पाकिस्तान के मानवीय मुलाकात के झांसे से बचाने में क्यों विफल रहे?
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया.
जासूसी के आरोप में मौत की सज़ा पाने वाले भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं.
अमेरिका में पाकिस्तान के एक पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने इस्लामाबाद की कश्मीर नीति पर गंभीर सवाल उठाए हैं.