लॉकडाउन के समय काम न होने से निम्न आर्थिक वर्ग के लोगों के पास न पैसा है न ही कमाई का अन्य कोई साधन. बिहार के पूर्वी चंपारण ज़िले के बासमनपुर पंचायत के मुसहर टोले का हाल भी यही है. यहां के रहवासियों का कहना है कि रोजी-रोटी नहीं है और अब भुखमरी जैसे हालात बन रहे हैं.
घटना भोजपुर ज़िले के तरारी थाना क्षेत्र के सारा गांव की है. पुलिस के मुताबिक गांव के प्रभावशाली जातियों के कुछ लोग महिलाओं से छेड़छाड़ के इरादे से मुसहर टोली में घुसे थे. विरोध होने पर उन्होंने फायरिंग की, जिसमें एक साल की बच्ची समेत छह लोग घायल हो गए हैं.
बिहार के नालंदा ज़िले का मामला. महिला ने मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों पर बलात्कार की कोशिश में असफल होने पर जलाने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने विवाद की वजह पारिवारिक अनबन बताया.
ज़िले के छमसिया गांव में ज़मीन की लड़ाई को लेकर महादलितों के पचास से ज़्यादा घरों को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई.