‘आंबेडकर नगर’ में 15 साल बाद भी जनता की जुबान पर ‘महू’ कायम दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बीआर आंबेडकर के सम्मान में जून 2003 में महू का नाम बदलकर ‘आंबेडकर नगर’ रखने का फैसला किया था. 04/11/2018
गायों के लिए एंबुलेंस के दौर में कोई इंसानी शव कंधे पर ले जाने को क्यों मजबूर है? मध्य प्रदेश में एक पिता को बेटे का शव ले जाने के लिए अस्पताल ने वाहन देने से इनकार कर दिया. 31/07/2017