ये कहानियां काल्पनिक नहीं हैं, इनका संबंध हम सबसे है… अख़बारों के पन्नों से झांकती ये कहानियां बताती हैं कि हम कितने अकेले हो गए हैं और हमारे भीतर का इंसान टूटता जा रहा है.11/06/2017