नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि सीबीआई को अधिक स्वायत्त बनाने के लिए कैग की तरह दर्जा मिलना चाहिए, जिससे वह प्रशासनिक नियंत्रण से अलग हो सकें.
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने यह उम्मीद जताई कि इस तरह के घटनाक्रम महज अपवाद हैं और ये देश की न्यायिक संस्थाओं की मजबूत परंपराओं से परास्त होंगे.
उन्नाव रेप पीड़िता द्वारा भेजे गए पत्र पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने रजिस्ट्री से विस्तार में जानकारी देने को कहा है कि अभी तक उन्नाव रेप पीड़िता का पत्र उनके पास क्यों नहीं पहुंचाया गया है.
जस्टिस रंजन गोगोई ने लिखा, शीर्ष न्यायालय में 58,669 मामले लंबित हैं और नए मामले दर्ज होने के चलते इस संख्या में वृद्धि हो रही है. इस समस्या को हल करने के लिए जजों की संख्या बढ़ाने की जरुरत है.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मदन बी. लोकुर ने एक कार्यक्रम में कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद जजों की नियुक्तियों को लेकर एक सीमा तय होनी चाहिए.
12 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जस्टिस प्रदीप नंदराजोग और जस्टिस राजेंद्र मेनन की पदोन्नति करने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन 10 जनवरी को मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस संजीव खन्ना को पदोन्नत किया.