पक्षी विज्ञानियों के अनुसार, मोर और मोरनी में एवियन प्रजनन अंग होता है, जिसे ‘क्लोअका’ कहा जाता है. इसी के माध्यम से दोनों संबंध बनाते हैं.
हिंगोनिया गोशाला मामले पर फैसला सुनाते हुए राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेश चंद्र शर्मा ने यह भी सुझाव दिया कि गोहत्या पर आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए.