अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस समूह की कंपनियों ने यस बैंक से लगभग 12,800 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो एनपीए में तब्दील हो गया है.
यह आरोप रिलायंस ग्रुप से जुड़ी कंपनी के तीन पूर्व अधिकारियों को गिरफ्तार करने वाली नीदरलैंड की जांच एजेंसी ने लगाया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और ईस्ट वेस्ट पाइपलाइन लिमिटेड ने बयान जारी कर किसी भी तरह का गलत काम करने से इनकार किया है.
10 बड़े बिजनेस समूहों पर 5 लाख करोड़ का कर्ज़ बक़ाया है. इन पांच लाख करोड़ के लोन डिफॉल्टर वालों के यहां मंत्री से लेकर मीडिया तक सब हाजिरी लगाते हैं.