लोजपा: चिराग ने पांच सांसदों को पार्टी से निकाला, पारस गुट ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया

लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के महज़ आठ महीने बाद पार्टी में विभाजन के संकेतों के बीच चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं और दोनों ही ख़ुद को पार्टी का कर्ताधर्ता दर्शाने का प्रयास भी कर रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का निधन

74 वर्षीय रामविलास पासवान लंबे समय से बीमार थे. उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के केंद्रीय मंत्री का पद संभाल रहे पासवान की कुछ दिनों पहले हार्ट सर्जरी हुई थी.

लालू और नीतीश दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं: उपेंद्र कुशवाहा

विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन से नाराज़ रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बसपा और जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के साथ नया मोर्चा बनाया है. उनके अनुसार जनता नीतीश कुमार के 15 वर्षों के कुशासन से मुक्ति चाहती है, वहीं राजद नीत गठबंधन में भी मुख्यमंत्री पद का मज़बूत चेहरा नहीं है.

उत्तर प्रदेश: कुत्ते के शौच को लेकर हुए विवाद में लोजपा नेता के बेटे की पीट-पीटकर हत्या

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का मामला. मृतक के पिता लोजपा के प्रदेश सचिव हैं. पुलिस ने तीन आरोपियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया. तीनों आरोपी फ़रार हैं.

मोदी के मंत्रिमंडल में 51 मंत्री करोड़पति, 22 पर आपराधिक मामले: एडीआर

चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी शोध संस्था एडीआर के अनुसार, सबसे ज्यादा अमीर शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल हैं, जिनकी संपत्ति 217 करोड़ रुपये है. पीयूष गोयल की संपत्ति 95 करोड़ रुपये है. गुरुग्राम से निर्वाचित राव इंद्रजीत सिंह तीसरे सबसे धनी मंत्री हैं और उनकी संपत्ति 42 करोड़ रुपये है.

बेगुसराय से ही चुनाव लड़ेंगे गिरिराज सिंह: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह

अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि संगठन गिरिराज सिंह की सभी समस्याओं का समाधान निकालेगा. सीट बदलने पर गिरिराज सिंह ने कहा था कि इससे उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची है.

क्या जनता परिवारवाद, यारवाद और पैसावाद को लेकर चिंतित है?

एक नागरिक और कार्यकर्ता के रूप में सतर्क रहना चाहिए कि राजनीति चंद परिवारों के हाथ में न रह जाए. लेकिन इस सवाल पर बहस करने योग्य न तो अमित शाह हैं, न नरेंद्र मोदी और न राहुल गांधी. सिर्फ जनता इसकी योग्यता रखती है. जब तक ये नेता कोई साफ़ लाइन नहीं लेते हैं, परिवारवाद के नाम पर इनकी बकवास न सुनें.