विशेष रिपोर्ट: सत्तारूढ़ दल जदयू और भाजपा अपनी चुनावी रैलियों में शौचालय निर्माण को बड़ी सफलता के रूप में प्रचारित कर रहे हैं. स्वच्छ भारत मिशन के आंकड़ों के मुताबिक़ बिहार के 1,374 गांवों में बने शौचालयों या ओडीएफ गांवों का एक बार भी सत्यापन नहीं हुआ है.