देशभर में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मरीज़ों को समय पर वेंटिलेटर न मिलने की बात सामने आ रही है, वहीं उत्तर प्रदेश के दर्जन भर से अधिक ज़िलों के अस्पतालों में प्रशिक्षित स्टाफ की कमी या ऑक्सीजन का उचित दबाव न होने जैसी कई वजहों के चलते उपलब्ध वेंटिलेटर्स ही काम में नहीं आ रहे हैं.
घटना शामली ज़िले की है, जहां एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन वृद्ध महिलाओं को कोरोना वायरस की वैक्सीन के स्थान पर रेबीज़ का टीका लगा दिया गया. एक महिला की हालत बिगड़ने के बाद यह मामला सामने आया. परिजनों की शिकायत पर सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले का मामला. आरोप है कि चार पुलिसकर्मियों द्वारा बीते तीन जनवरी को घर के बाहर बैठे मज़दूर को बेरहमी से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई.
मामला शामली ज़िले के सरकारी अस्पताल का है, जहां रविवार को एक टैक्सी चालक को सांस लेने में परेशानी होने पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था. परिजनों का आरोप है कि ठीक प्रकार से इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले में पुलिस बर्बरता की एक घटना सामने आई है. शामली के टपरना गांव के लोगों का आरोप है कि बीती 26 मई को देर रात पुलिस ने लगभग 35 मुसलमानों के घरों में घुसकर तोड़फ़ोड़ की. मर्दों, औरतों और बच्चों के साथ मारपीट की.
उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के ख़िलाफ़ 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें हत्या की कोशिश और रंगदारी मांगना भी शामिल है. वह लगातार गिरफ़्तारी से बच रहे हैं.
शामली पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि सुरक्षा के साथ-साथ सेवा भी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सत्ता में हैं, ऐसे में किसी के सामने पलायन की नौबत नहीं आ सकती है. मेरठ में जो कुछ लोग इधर-उधर गए हैं, वह व्यक्तिगत विवादों के चलते हुआ है.
उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा क्षेत्र के कांधला के रसूलपुर गुजरान गांव का मामला. पुलिस ने बताया कि कुछ लोग बिना पहचान पत्र के जबरन वोट डालने की कोशिश कर रहे थे.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक अस्थायी गोशाला में रह रही पांच लावारिस गायों की कथित तौर पर ठंड से मौत हो गई.
बीते 27 नवंबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक कथित फ़र्ज़ी मुठभेड़ में मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के 20 वर्षीय युवक इरशाद अहमद की गोली मार कर हत्या कर दी थी. बीते 26 नवंबर को शामली में राजेंद्र नामक युवक की पुलिस वैन से खींचकर हत्या कर दी गई थी.
शामली ज़िले के हथछोया गांव में हुई घटना. मृतक राजेंद्र के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही 6 लोग, जिनका एक दिन पहले राजेंद्र से झगड़ा हुआ था, ने उसे लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला.
एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने कहा है कि अपने घरों से विस्थापित हुए दंगा पीड़ित अब भी पुनर्वास कॉलोनियों में गंदगी के बीच रह रहे हैं जबकि सामूहिक बलात्कार की शिकार सात महिलाओं को अब भी न्याय का इंतज़ार है.
पिछले महीने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, बुढ़ाना विधायक उमेश मालिक और खाप नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुज़फ़्फ़रनगर दंगों से जुड़े 179 मामलों रद्द करने की सूची सौंपी थी.
कर्नाटक पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, कांग्रेस पार्टी देश के लिए एक बोझ... एक समस्या बन गई है.