पंडित राजन मिश्र: सादगी, सरलता और सुरों का संगम…

स्मृति शेष: पंडित राजन मिश्र का असमय चले जाना सभी संगीत-प्रेमियों के लिए भारी आघात है. ख़ासकर, उनके अज़ीज़ों के लिए, जिन्होंने एक अद्भुत गायक के साथ-साथ एक अद्भुत इंसान भी खो दिया.

प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का अमेरिका में निधन

पंडित जसराज का सबसे बड़ा योगदान शास्त्रीय संगीत को जनता के लिए सरल और सहज बनाना रहा, जिससे उसकी लोकप्रियता बढ़ी. पिछले साल इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ने सौरमंडल में एक छोटे ग्रह का नाम उनके नाम पर रखा था. यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय कलाकार हैं.

प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का निधन

पद्मभूषण से सम्मानित अन्नपूर्णा देवी पिछले कई वर्षों से उम्र संबंधी बीमारियों में जूझ रही थीं. उस्ताद ‘बाबा’ अलाउद्दीन ख़ान की बेटी और शिष्य थीं. प्यार से लोग उन्हें ‘मां’ बुलाते थे.

सहेला रे: कित गए वे लोग

कहते हैं कि इतिहास में नामों और तारीख़ों के अलावा कुछ सच नहीं होता जबकि कथा साहित्य में नामों और तारीख़ों के अलावा सब कुछ सच होता है. मृणाल पांडे के नए उपन्यास सहेला रे में तारीखें भी सच के क़रीब हैं, साथ ही किरदार भी सच्चाई के इतने नज़दीक हैं कि जानने वालों को उस ज़माने की न जाने कितनी वास्तविक छवियां यहां दिखाई देंगी.

उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान: भारतीय संगीत का संत कबीर

पुण्यतिथि विशेष: उस्ताद ऐसे बनारसी थे जो गंगा में वज़ू करके नमाज़ पढ़ते थे और सरस्वती को याद कर शहनाई की तान छेड़ते थे. इस्लाम में संगीत के हराम होने के सवाल पर हंसकर कहते थे, 'क्या हुआ इस्लाम में संगीत की मनाही है, क़ुरान की शुरुआत तो 'बिस्मिल्लाह' से ही होती है.'

‘विविध भारती आम आदमी के जीवन का बैकग्राउंड म्यूज़िक है’

तीन अक्टूबर को विविध भारती की स्थापना के 61 बरस पूरे हो गए. इतने बरस की विविध भारती की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने हमारी ज़िंदगी को सुरीला बनाया है.

अगर समाज में आलोचना सहन करने की क्षमता कम हो जाएगी तो इसका असर संगीत पर भी पड़ेगा: अनुष्का शंकर

मशहूर सितार वादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर ख़ुद भी एक सफल सितारवादक और संगीतकार हैं. भारतीय मूल की अनुष्का लंदन में पैदा हुईं और तीन अलग-अलग महाद्वीपों में पली-बढ़ीं. अलग-अलग संस्कृतियों में हुई इस परवरिश पर वे कहती हैं, ‘इन मिली-जुली संस्कृतियों के बगैर मैं वो नहीं होती जो मैं हूं- मेरा पासपोर्ट महज़ कागज़ का टुकड़ा है.’