गांधी और नेहरू की तरह सावरकर के नाम को क़ानूनी संरक्षण देने की मांग

हिंदूवादी संगठन अभिनव भारत से जुड़े एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि सावरकर का नाम प्रतीक और नाम (अनुचित प्रयोग रोकथाम) क़ानून में शामिल हो ताकि उन पर किसी तरह का आक्षेप न लगाया जा सके.

भीमा-कोरेगांव हिंसा: महाराष्ट्र में दलित-मराठा रिश्ता हमेशा से जटिल रहा है

जाति-हिंसा लंबे समय से महाराष्ट्र की संस्कृति का अंग रही है. यहां हिंदुत्ववादी राजनीति का विकास कोई एक दिन मे नहीं हुआ है. इसे कई दशकों तक सक्रिय तरीके से खाद-पानी देने का काम कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने किया.

दीनानाथ बत्रा की एनसीईआरटी को सलाह: स्कूली किताबों से हटाएं अंग्रेज़ी, उर्दू और अरबी के शब्द

संघ से जुड़े शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने एनसीईआरटी की किताबों से ग़ालिब, टैगोर, पाश की रचनाओं सहित गुजरात दंगों से जुड़े तथ्य हटाने की मांग की है.

औरंगज़ेब: मैं एक अजनबी की तरह आया, अजनबी की तरह ही चला जाऊंगा

शिवाजी और औरंगज़ेब के बीच चले लंबे संघर्ष का हिन्दू-मुस्लिम संघर्ष से कोई संबंध नहीं है. यह शुद्ध रूप से राजनीतिक सत्ता के लिए लड़ाई थी, वरना शिवाजी की सेना और प्रशासन में भी मुसलमानों की कमी नहीं थी.