आपातकाल: नसबंदी से मौत की ख़बरें न छापी जाएं

आपातकाल के 44 साल बाद इन सेंसर-आदेशों को पढ़ने पर उस डरावने माहौल का अंदाज़ा लगता है जिसमें पत्रकारों को काम करना पड़ा था, अख़बारों पर कैसा अंकुश था और कैसी-कैसी ख़बरें रोकी जाती थीं.

जनता इस चुनाव में महलों और महंगे होटलों में रुकने वालों को ज़मीन पर ला देगी: अशोक गहलोत

साक्षात्कार: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं और पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत से अवधेश आकोदिया की बातचीत.

अजीत जोगी: पल-पल पाला बदलने वाला नेता

अजीत जोगी के हालिया फ़ैसले दिखाते हैं कि वे जल्दबाज़ी में हैं और किसी भी तरह सत्ता पाने की ललक रखते हैं, भले ही इसके लिए उन्हें भाजपा से ही हाथ क्यों न मिलाना पड़े.

अशोक गहलोत: राजस्थान कांग्रेस का जादूगर

कांग्रेस में कई लोगों का मानना है कि अगर राजस्थान में कांग्रेस को विजय हासिल होती है, तब मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अशोक गहलोत राहुल गांधी की पहली पसंद होंगे.

अपने अवसान के दिन तक संभावनाओं से भरे हुए थे राजीव गांधी

जयंती विशेष: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के सातवें और अब तक के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ अपने आत्मीय रिश्ते को याद करते हुए एक बार बताया था कि कैसे राजीव ने उनकी जान बचाई थी.

क्या आपातकाल को दोहराने का ख़तरा अब भी बना हुआ है?

आपातकाल कोई आकस्मिक घटना नहीं बल्कि सत्ता के अतिकेंद्रीकरण, निरंकुशता, व्यक्ति-पूजा और चाटुकारिता की निरंतर बढ़ती गई प्रवृत्ति का ही परिणाम थी. आज फिर वैसा ही नज़ारा दिख रहा है. सारे अहम फ़ैसले संसदीय दल तो क्या, केंद्रीय मंत्रिपरिषद की भी आम राय से नहीं किए जाते, सिर्फ़ और सिर्फ़ प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री की चलती है.

आपातकाल के 42 सालों के बाद एक बार फिर भारत का लोकतंत्र ख़तरे में है

‘एक ऐसी सरकार जो ‘सबका विकास’ के वादे पर सत्ता में आई थी, अब समाज के सबसे कमज़ोर लोगों को सुरक्षा देने को लेकर अनिच्छुक नज़र आ रही है.’

भाजपा की आलोचना पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को मिली धमकी

भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को ईमेल से धमकी दी गई है. धमकी में कहा गया है कि दुनिया बदलने के लिए नरेंद्र मोदी और अमित शाह को भगवान महाकाल ने चुना है.