पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने गुरमीत को सज़ा होने पर कहा, लोगों ने डेरे में हो रही आपत्तिजनक गतिविधियों पर विश्वास नहीं किया था, लेकिन कोर्ट में यह साबित हो गया.
गुरमीत राम रहीम के डेरे में रहने वाली साध्वी का यह अनाम पत्र सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने 2002 में अपने अख़बार 'पूरा सच' में प्रकाशित किया था, जिसके बाद यह मामला सामने आया.