लोकतंत्र ही नहीं हमारी मानवीयता में भी लगातार कटौती हो रही है

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: हिंदी अंचल इस समय भाजपा और हिंदुत्व के प्रभाव में है, लगभग चपेट में. इस दौरान सार्वजनिक व्यवहार में कुल पंद्रह क्रियाओं से ही काम चलता है. ये हैं: रोकना, दबाना, छीनना, लूटना, चिल्लाना, मिटाना, मारना, पीटना, भागना, डराना-धमकाना, ढहाना, तोड़ना-फोड़ना, छीनना, फुसलाना, भूलना-भुलाना.

मोदी के पास कहने को कुछ नहीं, वे सिर्फ़ कांग्रेस के घोषणा पत्र के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं: भूपेश बघेल

नरेंद्र मोदी के मन में कांग्रेस को लेकर ऐसा भय समा गया है कि वे अपनी बात कहने की बजाय सिर्फ़ कांग्रेस और उनके नेताओं के ख़िलाफ़ भाषण देते हैं. वे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को लेकर गहरे सदमे में हैं. राहुल गांधी उनका दु:स्वप्न बन गए हैं.

निर्वाचन आयोग ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के चुनाव अभियान पर दो दिनों की रोक लगाई

चुनाव आयोग ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव को 1 मई रात 8 बजे से 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से रोक दिया है.

देश के मुस्लिमों को निशाना बनाने वाला भाजपा का वीडियो इंस्टाग्राम से हटा

30 अप्रैल को भाजपा के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर जारी क़रीब डेढ़ मिनट के वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दावे कि अगर कांग्रेस सरकार में आई है, तो वह हिंदुओं की संपत्ति मुसलमानों में बांट देगी- को ही दोहराया गया था. फ़िलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो को पार्टी ने ही हटाया या इंस्टाग्राम ने.

निर्वाचन आयोग ने पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत का अंतिम डेटा अब तक जारी नहीं किया

भारतीय निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से केवल मतदान संबंधी डेटा ही गायब नहीं है, बल्कि प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या भी उपलब्ध नहीं है.

सूरत चुनाव: पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा बोले- किसी को वोट देने के लिए उसका वोट मांगना भी ज़रूरी

पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचित होने पर कहा कि एक ऐसी प्रणाली जिसमें प्रतिनिधियों को मतदाताओं के बिना चुन लिया जाता है, पर पुनर्विचार की ज़रूरत है.

क्या भाजपा का असली चुनावी मुद्दा मुसलमान विरोध है?

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार अभियान में पार्टी के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिमों पर निशाना साध रहे है और कांग्रेस के घोषणा पत्र का नाम लेते हुए भ्रामक और फ़र्ज़ी दावे कर रहे हैं. क्या उनके चुनावी भाषणों का स्तर और नीचे गिरेगा, इस बारे में चर्चा कर रहे हैं द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और डीयू के प्रोफेसर अपूर्वानंद.

कर्नाटक: भाजपा उम्मीदवार के. सुधाकर पर कथित रिश्वतखोरी का केस दर्ज, करोड़ों का कैश ज़ब्त

चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कहा कि कथित रिश्वतखोरी और मतदाताओं पर अनुचित प्रभाव डालने के आरोप में भाजपा उम्मीदवार के. सुधाकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और 4.8 करोड़ रुपये की नकदी भी जब्त की गई. सुधाकर चिक्कबल्लापुरा से वर्तमान भाजपा उम्मीदवार हैं, जहां शुक्रवार मतदान हुआ है.

सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम-वीवीपीएटी के सौ फ़ीसदी सत्यापन से जुड़ी याचिका ख़ारिज की

आदालत ने अपने फैसले में दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि ईवीएम में सिंबल लोडिंग प्रक्रिया पूरी होने पर सिंबल लोडिंग यूनिट को सील कर दिया जाना चाहिए और और उन्हें कम से कम 45 दिनों के लिए सहेज कर रखा जाना चाहिए. 

मोदी के राजस्थान के भाषण के तीन दिन बाद चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष को नोटिस भेजा

नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान में दिए गए नफ़रती भाषण की व्यापक आलोचना के बाद निर्वाचन आयोग ने दो लगभग समान पत्र 25 अप्रैल को भाजपा और कांग्रेस के अध्यक्षों- जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष को मिला पत्र भाजपा द्वारा राहुल गांधी के ख़िलाफ़ दर्ज शिकायत पर आधारित है.

भड़काऊ भाषण पर चुनाव आयोग की चुप्पी: लोकतंत्र का अंत?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत उनके दल के नेताओं की हेट स्पीच पर चुनाव आयोग की ख़ामोशी से अंदाज़ मिलता है कि भाजपा नेताओं को माहौल सांप्रदायिक बनाने के लिए उसने पूरी छूट दी है.

हज़ारों नागरिकों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर हेट स्पीच के लिए पीएम मोदी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की

राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को हज़ारों नागरिकों ने ‘ख़तरनाक और भारत के मुसलमानों पर सीधा हमला’ बताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है. नागरिकों ने कहा है कि इस भाषण के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई न करने से चुनाव आयोग की विश्वसनीयता और स्वायत्तता कमज़ोर होगी.

पीएम मोदी के भाषण पर विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत की, अयोग्य ठहराने की मांग

विपक्ष का कहना है कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान के बांसवाड़ा में दिया गया चुनावी भाषण बेहद सांप्रदायिक और नफ़रत से भरा हुआ है. इसका उद्देश्य देश की जनता के बीच धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना है.

प्रधानमंत्री मोदी ने क्या मनमोहन सिंह के ‘मुस्लिमों को प्राथमिकता’ देने के मामले में झूठ कहा?

वीडियो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बंसवाड़ा, राजस्थान में बांसवाड़ा में हुई एक चुनावी रैली में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के एक कथित बयान का हवाला देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में वापस आई तो संसाधनों पर पहला हक़ मुस्लिमों का ही होगा. लेकिन क्या मनमोहन सिंह ने सच में ऐसा कहा था?

लोकसभा चुनाव: मनमोहन सिंह के 18 साल पुराने भाषण पर मोदी का झूठ, हेट स्पीच पर चुनाव आयोग ख़ामोश

राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिमों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन सत्ता में आया तो जनता की मेहनत की कमाई को 'घुसपैठियों' और 'ज़्यादा बच्चे पैदा करने वालों' को दे दिया जाएगा.