बिलकिस बानो को इंसाफ मिल पाया क्योंकि शेष भारत और देश की अन्य संस्थाओं में अभी अराजकता की वह स्थिति नहीं है, जिसे नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में प्रश्रय दिया था. पर अब धीरे-धीरे यह अराजकता प्रादेशिक सीमाओं को तोड़कर राष्ट्रीय होती जा रही है.
भारत सरकार ने पिछले दिनों कनाडा की एक विधानसभा में 1984 के सिख दंगों को ‘नरसंहार’ कहने वाले एक प्रस्ताव को नकार दिया.
वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगे में सीबीआई से क्लीनचिट पा चुके कांग्रेस नेता जगदीश टाईटलर ने दिल्ली की एक अदालत से कहा कि वह लाई डिटेक्शन टेस्ट से गुज़रने को तैयार नहीं हैं क्योंकि यह क्रूरता जैसा है.