मानहानि का यह मामला 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा को भ्रष्ट बताने वाले स्थानीय अख़बारों में प्रकाशित विज्ञापनों से संबंधित था. इससे पहले इसी केस में कर्नाटक के कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को एक जून को ज़मानत मिल चुकी है.