मालदीव के विपक्षी दल प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के प्रमुख पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन बीते लगभग एक साल से ‘इंडिया आउट’ अभियान की अगुवाई कर रहे थे. यह अभियान इस अप्रमाणित दावे की वजह से चल रहा था कि यहां भारतीय सैन्य अधिकारियों की तैनाती मालदीव की संप्रभुता का उल्लंघन है. मालदीव के विदेश और रक्षा मंत्रालयों ने बार-बार इस द्वीपीय देश में भारतीय सेना की मौजूदगी से इनकार किया है.
चुनाव से पहले निवर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन पर अपनी जीत पक्की करने के लिए गड़बड़ियां करने का आरोप लगा था. यामीन ने देश में आपातकाल की घोषणा करते हुए अपने विरोधियों को जेल में डाल दिया था.