सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यूपी पुलिस के कर्मी महिलाओं को बेरहमी से मारते नज़र आ रहे हैं. बताया गया है कि वीडियो अंबेडकर नगर ज़िले के जलालपुर क़स्बे का है, जहां महिलाएं हाल ही में डॉ. बीआर आंबेडकर के चित्र पर कालिख पोते जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं.
घटना अंबेडकर नगर ज़िले की है. आरोप है कि 16 सितंबर को स्कूल जाते समय एक तेरह साल की छात्रा का अपहरण करने के बाद दो लोगों द्वारा बलात्कार किया गया था. पीड़िता के परिवार के अनुसार, पुलिस द्वारा मामले में बरती गई ढिलाई से क्षुब्ध छात्रा ने आत्महत्या का क़दम उठाया.
दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बीआर आंबेडकर के सम्मान में जून 2003 में महू का नाम बदलकर ‘आंबेडकर नगर’ रखने का फैसला किया था.
लोहिया कहते थे कि किसी शख़्सियत का जन्मदिन मनाने या उसकी मूर्ति लगाने से, उसके निधन के 300 साल बाद तक परहेज रखना चाहिए ताकि इतिहास निरपेक्ष होकर यह फैसला कर पाए कि वह इसकी हक़दार थी या नहीं.