पिछले साल 19 अक्टूबर को दशहरे के दिन पंजाब के जौड़ा फाटक पर दशहरा देख रहे लोगों को ट्रेन ने कुचल दिया था. हादसे में 60 लोगों की जान गई थी, जबकि 143 लोग घायल हो गए थे.
बीते 19 अक्टूबर को पंजाब के जौड़ा फाटक पर दशहरा देख रहे लोगों को ट्रेन ने कुचल दिया था. हादसे में 60 लोगों की जान गई थी, जबकि 143 लोग घायल हो गए थे.
रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक 2015 से 2017 के बीच रेल की पटरियों पर ट्रेन की चपेट में आने के चलते 49,790 लोगों ने जान गंवाई. रेलवे इन मौतों की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता और ऐसे व्यक्तियों को 'ट्रेसपासर' यानी अतिक्रमण करने वाला मानता है.
लोगों ने दुर्घटनास्थल पर किया प्रदर्शन. आरोप लगाया कि ट्रेन तेज़ गति से निकली और ट्रैक पर लोगों की मौजूदगी के बावजूद चालक ने रफ़्तार कम नहीं की. रेलवे ने कहा कि दशहरा कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई थी, वहीं अमृतसर नगर निगम का कहना है कि कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई थी.
अमृतसर के जोड़ा फाटक पर हुआ हादसा. पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू रावण दहन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं. लोगों ने पूर्व विधायक के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की. नवजोत कौर ने कहा कि हादसे की राजनीति करना ठीक नहीं.