प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद पूर्व भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अगस्त महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह राजनीति छोड़ रहे हैं, लेकिन बाद में उन्हें लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा नहीं देने के लिए मना लिया गया था. सुप्रियो ने ज़ोर देकर कहा था कि वह अब सक्रिय राजनीति का हिस्सा नहीं रहेंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को ही उनकी सुरक्षा श्रेणी को ‘जे़ड’ से घटाकर ‘वाई’ कर
50 वर्षीय बाबुल सुप्रियो ने 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कई विभागों को संभाला था. उन्हें इस महीने की शुरुआत में एक बड़े मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान हटा दिया गया था. उन्होंने सांसद के पद से भी इस्तीफ़ा देने की बात कही है. सुप्रियो ने संकेत दिया कि उन्होंने यह निर्णय आंशिक रूप से मंत्री पद जाने और भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के नेतृत्व के साथ मतभेदों के कारण लिया है.
आसनसोल में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, वहीं कूच बिहार में भीड़ ने एक मानसिक रूप से कमज़ोर व्यक्ति की बच्चा चोरी के संदेह में पिटाई की, जिसे पुलिस द्वारा बचाया गया.
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के थीम सॉन्ग को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने दी टांग तोड़ने की धमकी
कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के आसनसोल में आयोजित था. इससे पहले मार्च में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आसलसोल में ही प्रदर्शन कर रही भीड़ को ‘खाल खिंचवा देने’ की धमकी दी थी.
यशपाल सक्सेना, अकरम हबीब और मौलाना रशीदी ने बदले की कार्रवाई के बजाय इंसाफ़ को तरजीह दी है.
आपकी लड़ाई हिंदू या मुसलमान से नहीं है, उस नेता और राजनीति से है जो आपको भेड़ बकरियों की तरह हिंदू-मुसलमान के फ़साद में इस्तेमाल करना चाहता है.
आसनसोल के मेयर ने केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से सांसद सुप्रियो पर इलाके में शांति भंग करने का आरोप लगाया है.
2016 में भाजपा में शामिल हुए कर्नल दीप्तांशु चौधरी ने कहा कि भाजपा की प्राथमिकता विकास की बजाय जनता के बीच दरार पैदा करना है.
पश्चिम बंगाल सीआईडी ने आसनसोल के हीरापुर से गिरफ्तार किया. बीते दिनों राज्य में हुई सांप्रदायिक हिंसा की फर्ज़ी तस्वीरें-वीडियो साझा करने का आरोप.