भारत भले न माने, पर यूएन को क्राइसोटाइल एस्बेस्टस को हानिकारक रसायन की सूची में रखना चाहिए

जेनेवा में हानिकारक रसायनों की आधिकारिक अंतररारष्ट्रीय सूची पर नियंत्रण रखने वाले संयुक्त राष्ट्र रॉटरडम कंवेंशन के पक्षकारों का 10वां सम्मेलन चल रहा है. इस कंवेंशन के एनेक्सचर-3 में हानिकारक रसायनों के तौर पर वर्गीकृत पदार्थों की सूची है और कंवेंशन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इनके व्यापार पर प्रतिबंध लगाता है. इसमें क्राइसोटाइल एस्बेस्टस को शामिल किए जाने का विरोध करने वाले देशों में भारत भी शामिल है, जबकि इसके कैंसरकारक होने की बात किसी से छिपी नहीं है.

जॉनसन एंड जॉनसन को पहले से थी बेबी पाउडर में हानिकारक केमिकल होने की जानकारी

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में सामने आया है कि 1971 से 2000 तक कंपनी के बेबी पाउडर की जांच में कई बार कैंसर फैलाने वाला हानिकारक केमिकल एसबेस्टस पाया गया था.

जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के पाउडर से होता है कैंसर, 32,000 करोड़ रुपये का जुर्माना

22 कैंसर पीड़िताओं ने दर्ज कराई थी शिकायत. अमेरिका में इस संबंध में 9,000 से ज़्यादा शिकायत कंपनी के ख़िलाफ़ दर्ज हैं. कंपनी के पाउडर संबंधी उत्पादों में हानिकारक रसायन एसबेस्टस पाया जाता है.