राजस्थान लिंचिंग संरक्षण विधेयक 2019 के तहत मॉब लिंचिंग की घटनाओं में पीड़ित की मौत पर दोषी को आजीवन कारावास और एक से पांच लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है. वहीं ऑनर किलिंग के मामलों में फांसी या आजीवन कारावास की सजा दी जा सकेगी.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भावी पीढ़ी गौरवशाली परंपराओं को आत्मसात कर सके इसके लिए सरकार इस बोर्ड की स्थापना करेगी.
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में एक किसान ने कर्ज के चलते कथित तौर पर सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि, राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का दावा है कि मृतक किसान पर कर्ज नहीं था.
राजस्थान के बाड़मेर ज़िले के बालोतरा कस्बे के पास जसोल धाम गांव स्थित एक स्कूल में रविवार को रामकथा चल रही थी. इसी दौरान बारिश और तेज़ अंधड़ आने से पंडाल गिर गया था.
आरोप है कि राजस्थान के अलवर में बीते 26 अप्रैल को पति के साथ रही एक दलित महिला के साथ पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इसके अलावा घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया था.
लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी हार के बाद राजस्थान कांग्रेस में इसकी जवाबदेही और ज़िम्मेदारी तय किए जाने की मांग उठी. कृषि मंत्री के इस्तीफ़ा देने की चर्चा. पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं की बयानबाज़ी से संकट और गहराया.
महज़ पांच महीने पहले राजस्थान की सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस लोकसभा चुनाव में प्रदेश की एक भी सीट नहीं जीत पाई है.
राजस्थान के अलवर ज़िले का मामला. पुलिस ने घटना के 12 दिन बाद तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया. अलवर पुलिस अधीक्षक हटाए गए. लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी, एएसआई और तीन सिपाही निलंबित.
जोधपुर में एक संप्रदाय के लोगों द्वारा शनिवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद सांप्रदायिक झड़प शुरू हो गई. कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और भीड़ ने पुलिस और कुछ घरों पर पथराव भी किया.
गुर्जर समुदाय के लोग पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. हिंसक प्रदर्शन के बाद करौली व धौलपुर में धारा 144 लागू. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपील की कि बातचीत के लिए आगे आएं गुर्जर नेता.
अलवर ज़िले के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र के बघेरी खुर्द गांव में रविवार सुबह मोहम्मद सगीर को कथित गोरक्षकों ने बेरहमी से पीटा. गंभीर रूप से घायल सगीर ज़िला अस्पताल के आईसीयू में ज़िंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं.
टिकट वितरण और मुख्यमंत्री पद के लिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच हुई रस्साकशी मंत्रिमंडल के गठन में भी जारी रही. यदि दोनों के बीच ज़ोर आजमाइश यूं ही चलती रही तो कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में इसका ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है.
राहुल गांधी को लेकर संशय ख़त्म नहीं हुआ है. उन्हें अब भी यह साबित करना है कि वे नरेंद्र मोदी का व्यावहारिक विकल्प हैं.
अशोक गहलोत 1998 में पहली बार और 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे. सचिन पायलट लोकसभा सदस्य और मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 99 में से 25 विधायकों, भाजपा के 73 में से 12 विधायकों और बसपा के छह में से दो विधायकों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं.