पंजाब चुनाव: कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा का अब तक का सबसे ख़राब प्रदर्शन

कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों समेत कई बड़े नाम आम आदमी पार्टी के लगभग अनजान से चेहरों से चुनाव हारे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी दो ही सीटें बचा सकी.

उत्तराखंड: कांग्रेस के आपसी झगड़ों और चुनावी कुप्रबंधन ने भाजपा की जीत का रास्ता साफ किया

उत्तराखंड में कांग्रेस अपनी हार के लिए मतदाताओं या भाजपा को ज़िम्मेदार नहीं ठहरा सकती. यह वक़्त है कि वह गहराई से आत्मविश्लेषण करे कि पांच साल अगर उसने कारगर विपक्षी दल की भूमिका सही ढंग से निभाई होती, तो फिर से इतने बुरे दिन नहीं देखने पड़ते.

यूपी विधानसभा चुनाव: राज्य के चुनावी इतिहास में बसपा का सबसे ख़राब प्रदर्शन

यूपी की 403 सीटों पर उतरी बसपा के खाते में महज़ एक सीट आई है. साल 1989 में पार्टी के गठन के बाद से यह उसका सबसे ख़राब प्रदर्शन है. उसे 12.88 फीसदी मत मिले हैं. इससे कम मत आख़िरी बार उसे तीन दशक पहले मिले थे, लेकिन सीट संख्या तब दहाई अंकों मे थी.

उत्तर प्रदेश: भाजपा की जीत के बावजूद कट्टर हिंदुत्व के चेहरों को मिली हार

मुज़फ़्फ़रनगर दंगों में आरोपी रहे संगीत सोम, मंत्री सुरेश राणा, उमेश मलिक और पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह अपनी सीट नहीं बचा सके. चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिम-विरोधी बयानबाज़ी करने वाले डुमरियागंज विधायक और हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र सिंह भी हारे हैं. साथ ही, योगी सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत 11 मंत्रियों को भी जनता ने नहीं स्वीकारा.

उत्तर प्रदेश चुनाव: 49 सीटों पर पांच हज़ार से भी कम रहा जीत-हार के बीच का अंतर

भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों को ही छह-छह सीटें एक हज़ार से भी कम मतों के अंतर से गंवानी पड़ी हैं. कुल डेढ़ दर्जन सीटों पर जीत-हार के बीच का अंतर हज़ार से भी कम रहा, जबकि ग्यारह सीटों पर जीत-हार के बीच 500 से भी कम वोटों का अंतर रहा.

उत्तर प्रदेश चुनाव: आधा फीसदी वोट भी नहीं पा सकी ओवैसी की एआईएमआईएम

असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के अधिकतर उम्मीदवार 5,000 मतों के आंकड़े को भी पार नहीं कर सके. ओवैसी ने जनादेश स्वीकारते हुए कहा कि पार्टियां ईवीएम को दोष दे रहे हैं. ख़राबी ईवीएम में नहीं है, जो चिप लोगों के दिमाग में लगाई गई है, वह बड़ी भूमिका निभा रही है.

पंजाब: तीन दशकों में पहली बार बादल परिवार का कोई भी सदस्य विधानसभा नहीं पहुंचा

चुनाव में उतरे बादल परिवार के पांच सदस्यों- प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, मनप्रीत बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और आदेश सिंह कैरों अपनी सीट नहीं बचा सके. इन सभी को आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने हराया है. तीन दशकों में पहली बार 117 सदस्यीय विधानसभा में इस परिवार का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा.

मणिपुर में भाजपा की जीत, मुख्यमंत्री का फ़ैसला होना अभी बाकी

मणिपुर के 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 32 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. नेशनल पीपुल्स पार्टी सात सीटों पर जीत हासिल की. जदयू सात सीटों पर विजयी रही, जबकि 2017 में 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी कांग्रेस को इस बार महज़ पांच सीटों जीतकर संतोष करना पड़ा.

उत्तराखंड: दो तिहाई बहुमत के साथ भाजपा की सत्ता में वापसी

राज्य की सत्तर विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर विजय हासिल करने के साथ ही भाजपा ने बहुमत के 36 के आंकड़े को आसानी से पार कर लिया. हालांकि भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संभावित मुख्यमंत्री चेहरे- पुष्कर सिंह धामी, हरीश रावत और अजय कोठियाल अपनी-अपनी सीट बचा पाने में असफल रहे.

विधानसभा चुनाव: पांच राज्यों में क़रीब आठ लाख मतदाताओं ने ‘नोटा’ का विकल्प चुना

निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले उत्तर प्रदेश, ज​हां सबसे अधिक 403 विधानसभा सीटें हैं, वहां 621,186 मतदाताओं (0.7 प्रतिशत) ने ईवीएम में ‘नोटा’ विकल्प का बटन दबाया. शिवसेना को गोवा, उत्तर प्रदेश और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में नोटा से भी कम वोट मिले हैं.

पंजाब विधानसभा चुनाव: दिल्ली के बाहर आम आदमी पार्टी का उदय, मिला प्रचंड जनादेश

पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीटों पर जीत दर्ज कर आम आदमी पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. कांग्रेस को इनमें से 18 सीटों पर जीत मिली है. अकाली दल ने 3 सीटें हासिल की हैं, जबकि भाजपा के खाते में 2 सीटें आई हैं. निवर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.

जीत जवाबदेही का नया संकेत, हमें जोश के साथ होश बनाए रखना है: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत पाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मतगणना के बारे में पिछले दो-तीन दिनों से जो भ्रामक प्रचार चलाए जा रहे थे उसे राज्य की जनता ने दरकिनार करते हुए भाजपा और सहयोगी दलों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाया है.

अरविंद केजरीवाल ने कहा- दिल्ली में इंक़लाब हुआ, पंजाब में हुआ और अब यह पूरे देश में पहुंचेगा

बीते दिनों आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल राज्य के मुख्यमंत्री बनने के लिए पंजाब में अलगाववादी तत्वों से ‘समर्थन लेने के लिए तैयार’ हैं. केजरीवाल ने इस आरोप का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस जनादेश से जनता ने साफ़ कर दिया है कि केजरीवाल ‘आतंकवादी’ नहीं, बल्कि देश का सच्चा सपूत और देशभक्त है.

विधानसभा चुनाव: पांच राज्यों में दो मौजूदा और पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली हार

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके उत्तराखंड के समकक्ष पुष्कर सिंह धामी अपनी-अपनी सीट से हार गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्रियों में पंजाब में तीन- प्रकाश सिंह बादल, अमरिंदर सिंह व राजिंदर कौल भट्टल, उत्तराखंड में हरीश सिंह रावत और गोवा में चर्चिल अलेमाओ को हार का सामना करना पड़ा है.

एक दिन आएगा जब नागरिक देश में परिवारवादी राजनीति का सूर्यास्त करके रहेंगे: नरेंद्र मोदी

पांच में से चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित होने के बाद भाजपा मुख्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए हैं लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले किसी मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का यह पहला उदाहरण है.

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