छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले में बीते 21 जनवरी को एक हिंदुत्व समूह द्वारा ईसाई समुदाय के कुछ लोगों को पीटने की घटना सामने आई है. आरोप है कि हमलावार वही लोग थे, जो नियमित रूप से राम मंदिर समारोह से संबंधित रैलियों में भाग ले रहे थे. हिंदूत्व समूह ने भी ईसाई समूह पर पथराव के आरोप में केस दर्ज कराया है.
बेंगलुरु आर्कबिशप डॉ. पीटर मचाडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके आवास पर क्रिसमस समारोह रखने को लेकर उनका धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को हेट स्पीच और चर्च पर हमलों जैसे ईसाई समुदाय के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी ध्यान देना चाहिए.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्वाचन क्षेत्र पाटन स्थित एक घर में रविवार की प्रार्थना कर रहे ईसाई समुदाय के लोगों पर बजरंग दल के सदस्यों ने जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाकर कथित तौर पर हमला किया. आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों को जाने दिया और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को हिरासत में ले लिया.
वीडियो: भारत में ईसाइयों पर हमले बढ़ रहे हैं, कई बार चर्चों पर हमले की ख़बरें भी देखने को मिली हैं. बीते दिनों पूर्व नौकरशाहों ने भी इसे लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए चिंता जताई थी. आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल देश में ऐसे सर्वाधिक हमले उत्तर प्रदेश में हुए. इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं याक़ूत अली.
कानपुर के चकेरी में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने दो चर्चों पर 'जबरन धर्मांतरण' का आरोप लगाया है, वहीं ईसाई समुदाय के जिन सदस्यों पर धर्म परिवर्तन के आरोप लगे हैं, उनके परिजनों का कहना है कि वे हिंदुत्व समूहों की लगातार प्रताड़ना से डर के साये में जीने को मजबूर हैं.
ईसाई समुदाय के ख़िलाफ़ हिंसा और भेदभाव की घटनाओं के संदर्भ में कॉन्स्टिट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप के बैनर तले पूर्व सिविल सेवकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वे ईसाई समुदाय के लोगों को आश्वस्त करें कि उनके साथ कार्यपालिका और कानून समान और निष्पक्ष व्यवहार करेंगे.
घटना कठुआ की है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है. इसमें देखा जा सकता है कि दो लोग पादरी पर दबाव डाल रहे हैं कि वे 'जय श्री राम' बोलें. इसके साथ ही वे यह आरोप भी लगा रहे थे कि यह पादरी धर्मांतरण कराने में लगे हुए थे. इस आरोप को पुलिस और पीड़ित दोनों ने ख़ारिज किया है.
पिछले सात साल में बार-बार मुसलमानों और ईसाइयों के ख़िलाफ़ हिंसा के इशारे किए गए और उनके लिए सर्वोच्च स्तर से तर्क दिया गया. जब आप जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर, अपनी बेटियों की दूसरे धर्म में शादी रोकने के नाम पर, मुसलमान औरतों को उनके मर्दों से बचाने के नाम पर क़ानून बनाते हैं तो उनके ख़िलाफ़ हिंसा के लिए ज़मीन तैयार करते हैं.
वीडियो: मध्य प्रदेश के विदिशा ज़िले के गंज बासोदा स्थित सेंट जोसेफ हाई स्कूल में बीते छह दिसंबर को जब 12वीं कक्षा के छात्र स्कूल में परीक्षा दे रहे थे, उसी समय बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े करीब 300 लोग परिसर में घुस आए. इन लोगों का आरोप था कि स्कूल में हिंदू बच्चों का जबरन धर्मांतरण कर उनसे ईसाई धर्म स्वीकार कराया जा रहा है.