पत्रकारों पर हमले की यह घटना असम के नलबाड़ी और तिनसुकिया जिलों में हुई. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पुलिस महानिदेशक से जांच में तेजी लाने और अपराधियों पर मुक़दमा दर्ज करने को कहा है.
कश्मीर एडिटर्स गिल्ड के सदस्य ने कहा, संपादकीय लिखने वाले हाथ हमसे छीन लिए गए हैं. ऐसा लग रहा है मानो हमारी स्याही सूख गयी है, इसलिए यह ज़रूरी है कि हम अपना विरोध दर्ज करवाएं.