दमोह ज़िले के देहात थानाक्षेत्र के देवरान गांव का मामला. पुलिस के अनुसार, एक मामूली विवाद के बाद छह लोगों ने दलित दंपति और उनके पुत्र की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी. हमले में घायल हुए दो अन्य बेटे उपचाररत हैं और मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले का मामला. बीते 19 अक्टूबर को 16 वर्षीय दलित छात्रा को स्कूल से लौटने के दौरान कथित रूप से अपहरण कर लिया गया था. 23 अक्टूबर को उसका शव उसके गांव के पास ही क्षत-विक्षत हालत में मिला था. परिवार का आरोप है कि छात्रा की साज़िश के तहत हत्या की गई है.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यूपी में मदरसों पर भाजपा सरकार की टेढ़ी नज़र है. मदरसा सर्वेक्षण के नाम पर क़ौम के चंदे पर चलने वाले निजी मदरसों में हस्तक्षेप का अनुचित प्रयास हो रहा है, जबकि सरकार को सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों व सरकारी स्कूलों के बदतर हाल को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए.
चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने कहा है कि भाजपा ने आठ राष्ट्रीय दलों के बीच सबसे अधिक आय वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 752.33 करोड़ रुपये दिखाई है. यह इन दलों की कुल आय का 54.76 प्रतिशत है. इसके बाद 285.76 करोड़ रुपये की आय के साथ कांग्रेस दूसरे और 171.04 करोड़ रुपये की आय के साथ माकपा तीसरे नंबर पर रही.
अलवर जिले के बहरोड़ की घटना. आरोप है कि निजी बैंक कर्मचारी राजेश कुमार मेघवाल ने सोशल मीडिया पर फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की आलोचना संबंधी अपनी एक टिप्पणी के जवाब में हिंदू देवताओं पर कथित अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे नाराज़ कुछ लोगों ने उनसे मारपीट की और मंदिर में नाक रगड़ने को मजबूर किया.
भाजपा को यूपी में बहुमत तो ज़रूर मिला है लेकिन इसकी सहयोगी पार्टियों के वोट प्रतिशत जोड़ लेने पर भी यह केवल 45 प्रतिशत के करीब ही वोट पा सकी है. यह ध्यान में रखते हुए कि किस तरह से चुनाव में सांप्रदायिकता पर ज़ोर दिया गया, ऐसा कहना ग़लत नहीं होगा कि बचे हुए 55 प्रतिशत वोट भाजपा विरोधी थे.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जहां किसान आंदोलन का असर दिखा था, वहां के 19 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा सिर्फ़ छह सीटें हासिल कर पाई है. अगर इस चुनावी नतीजे से किसी एक निष्कर्ष पर पहुंचा जाए तो वह यह है कि जनता के मुद्दों पर चला सच्चा जन आंदोलन ही ध्रुवीकरण के रुझानों को पलट सकता है और आगे चलकर यही भाजपा को पराजित कर सकता है.
क्या किसी सत्ता दल को मतदाताओं की नाराज़गी के आईने में अपनी शक्ल तभी देखनी चाहिए, जब वह उसे सत्तापक्ष से विपक्ष में ला पटके?
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर हाल ही में हुए चुनाव में बसपा का केवल एक उम्मीदवार विजयी हुआ है. यह सीट बलिया ज़िले की रसड़ा विधानसभा है. यहां से बसपा के मौजूदा विधायक और विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह तीसरी बार अपनी सीट बचाने में सफल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत पाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मतगणना के बारे में पिछले दो-तीन दिनों से जो भ्रामक प्रचार चलाए जा रहे थे उसे राज्य की जनता ने दरकिनार करते हुए भाजपा और सहयोगी दलों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाया है.
वीडियो: पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के एक गांव के लोग तिल- तिलकर मरने को मजबूर हैं. इस गांव का नाम सोनपुर है. ये गांव कई पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इन पहाड़ियों से निकलता है गुलाबी पत्थर. बीते तीन दशक से यहां जारी खनन के कारण ग्रामीण दमा, फेफड़े और सांस संबंधी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘बुलडोज़र ब्रांडिंग’, उनके चुनावी अभियान और राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मऊ में न्यूनतम मज़दूरी अर्जित करने के लिए बुनकरों का संघर्ष जारी है, क्योंकि योगी सरकार ने बिजली सब्सिडी रद्द कर दी है. द वायर ने इन बुनकरों से उनके मुद्दों और समस्याओं पर बातचीत की.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा आईटी सेट के पूर्व प्रमुख ऋषि से द वायर की आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निशाना बनाने वाली भाजपा और योगी सरकार के प्रचार अभियान पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान.