उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में एक और मज़दूर ने फांसी लगाकर जान दी

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में लॉकडाउन में एक महीने की अवधि के दौरान कम से कम 16 लोगों द्वारा आत्महत्या करने के मामले सामने आ चुके हैं.

उत्तर प्रदेश: बांदा ज़िले में नाबालिग लड़की और किसान ने आत्महत्या की

उत्तर प्रदेश में बांदा ज़िले में आत्महत्या करने वाले किसान कथित तौर पर परिवार का भरण पोषण न कर पाने के कारण परेशान थे, वहीं लड़की द्वारा आत्महत्या करने की वजह पता नहीं चल सकी है.

उत्तर प्रदेश के बांदा में आत्महत्या का सिलसिला जारी, दो और मज़दूरों ने जान दी

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले के अतर्रा और बिसंडा थाना क्षेत्र की घटना. एक मज़दूर दो महीने से काम न मिलने के कारण कथित तौर पर परेशान थे, जबकि एक अन्य मज़दूर गुजरात के वापी शहर से लौटे थे.

महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के बांदा लौटे प्रवासी मज़दूर ने आत्महत्या की

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले से कथित तौर पर आर्थिक तंगी से परेशान होकर लोगों के आत्महत्या की ख़बरें लगातार आ रही हैं.

बांदा में फिर एक युवक ने लगाई फांसी, हाल ही में गुजरात से लौटा था

19 वर्षीय युवक गुजरात के अहमदाबाद शहर में फल की दुकान चलाता था. उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में एक महीने के भीतर क़रीब सात से आठ लोगों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं.

बांदा: पति की आत्महत्या के महीने भर बाद पत्नी ने तीन बच्चों के साथ जान देने की कोशिश की

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले की नरैनी कोतवाली क्षेत्र के मोतियारी गांव का मामला. कथित तौर पर आर्थिक परेशानी के चलते ज़हर खाने के बाद महिला और उसके बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. ज़िले में पिछले एक पखवाड़े के दौरान छह से सात लोगों के आत्महत्या करने की खबरें चुकी हैं.

उत्तर प्रदेश: बांदा ज़िले में गुजरात से लौटे प्रवासी मज़दूर की मौत, कोरोना की आशंका

जिला प्रशासन ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गुजरात के वापी शहर से अपने गांव लौटे इस श्रमिक को आने के बाद खांसी, ज़ुकाम और बुखार हुआ था. मंगलवार को सांस लेने में परेशानी होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.

कोरोना वायरस: उत्तर प्रदेश में तीन लोगों और त्रिपुरा में महिला ने की आत्महत्या

पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न ज़िलों से लोगों द्वारा आत्महत्या की ख़बरें आ रही हैं. कोरोना वायरस से जुड़े कारणों की वजह से उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में एक पखवाड़े के दौरान छह से सात लोगों द्वारा आत्महत्या किए जाने की ख़बरें आई हैं.

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में क्वारंटीन सेंटर से भागकर प्रवासी मज़दूर ने फांसी लगाई

पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय मज़दूर छह माह पहले गुजरात के सूरत में मज़दूरी करने चले गए थे. 20 मई को वापस आने पर उन्हें उनके गांव में बने सरकारी क्वारंटीन सेंटर में ठहराया गया था.

यूपी: ट्रेन के शौचालय में मज़दूर का शव मिला, जलपाईगुड़ी जा रही महिला की ट्रेन में मौत

एक अन्य घटना में मुंबई से किराये के एक वाहन से बनारस लौट रहे एक प्रवासी मज़दूर की 27 मई की रात उत्तर प्रदेश के बांदा में मौत हो गई. उन्हें तीन दिन से खांसी और जुकाम की शिकायत थी.

उत्तर प्रदेश: लॉकडाउन में आर्थिक तंगी से परेशान दो प्रवासी मज़दूरों ने आत्महत्या की

लॉकडाउन के चलते बांदा ज़िले के लोहरा गांव के 22 वर्षीय सुरेश पिछले हफ़्ते दिल्ली से आए थे, वहीं पैलानी थाना क्षेत्र के 20 साल के मनोज दस दिन पहले मुंबई से लौटे थे. इन दोनों ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि वे पैसे की कमी से परेशान थे.