केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट की ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ दोनों सुरक्षित हैं और इन्हें लेकर ग़लत सूचनाएं फैलाने वालों के ख़िलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई की जाए.
मामला बर्द्धमान-दुर्गापुर क्षेत्र का है, जहां कोरोना का टीका लगाए जाने के पश्चात कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ी. राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक लोगों के बीमार होने के कारणों और टीकाकरण से इसके संबंध की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन टीकाकरण अभियान रोक दिया गया है.