बीते जुलाई महीने में स्वयंभू बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. अब तीन महीने बाद राज्य पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में 'भोले बाबा' का नाम नहीं है.
स्वयंभू बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में इस महीने की शुरुआत में 121 लोगों की मौत हो गई थी, जिसे उन्होंने उनके संगठन को बदनाम करने के लिए रची गई साज़िश बताया है.
भगवा वस्त्र या धोती-कुर्ता जैसे बाबाओं के पारंपरिक परिधानों से इतर सूट-बूट और टाई में चमत्कार के ज़रिये भक्तों की समस्याओं का निवारण करने का दावा करने वाले 'भोले बाबा' को 'सूरज पाल' और 'नारायण साकार हरि' के नाम से भी जाना जाता है.