कॉरपोरेट मंत्रालय और ईडी के बीच इस मुद्दे पर मतभेद बना हुआ है. ईडी का तर्क है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम क़ानून के तहत भूषण पावर की परिसंपत्तियां कुर्क कर सकता है. वहीं कॉरपोरेट मंत्रालय का कहना है कि निदेशालय ऐसा नहीं कर सकता, क्योंकि कंपनी अभी दिवाला प्रक्रिया से गुज़र रही है.
भूषण स्टील पर पंजाब एंड सिंध बैंक के अलावा इलाहाबाद बैंक के साथ 1,774.82 करोड़ रुपये और पंजाब नेशनल बैंक के साथ 3,805.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है.
पिछले हफ्ते ही पंजाब नेशनल बैंक ने इस्पात कंपनी भूषण पावर एंड स्टील द्वारा बैंक कोष और खातों में हेराफेरी करके 3,800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के बारे में सूचना दी थी.
पंजाब नेशनल बैंक ओर से कहा गया है कि भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड ने बैंक क़र्ज़ में धोखाधड़ी की और बैंकों के समूह से कोष जुटाने को लेकर अपने बहीखातों में गड़बड़ की. बैंक ने धोखाधड़ी से संबंधित रिपोर्ट आरबीआई को सौंप दी है.