आय से ज्यादा कैसे ख़र्च कर रही है भाजपा?

भाजपा का इमारतों के निर्माण और चुनाव प्रचार का ख़र्च 74,053 करोड़ रुपये से 107,803 करोड़ रुपये के बीच पहुंच सकता है. यह 2014-15 से 2022-23 के बीच पार्टी की घोषित आय 14,663 करोड़ रुपये से पांच से सात गुना अधिक है.

बंगाल: भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री को ‘तानाशाह’ बताते हुए पार्टी दफ़्तर में बंद किया

केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार अपने निर्वाचन क्षेत्र पश्चिम बंगाल के बांकुरा में एक बैठक के लिए गए थे, जहां उनकी पार्टी भाजपा के दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया. जिसके बाद वह क़रीब दो घंटों तक पार्टी कार्यालय में बंद रहे. बाद पुलिस ने आकर उन्हें बाहर निकाला.

अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना: कैलाश विजयवर्गीय की ‘चौकीदार’ वाली टिप्पणी पर छात्रों ने दिया जवाब

वीडियो: सैन्य बलों में भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा था कि अग्निपथ के रंगरूटों को ‘ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, धोबी और नाइयों के कौशल’ के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा. वहीं, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि अगर उन्हें पार्टी कार्यालय में सुरक्षा रखनी है तो वह किसी पूर्व ‘अग्निवीर’ को प्राथमिकता देंगे.

अग्निपथ: युवाओं की नाराज़गी के बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह बोले- सेना में आने को किसने कहा है

सैन्य बलों में भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा है कि अग्निपथ के रंगरूटों को ‘ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, धोबी और नाइयों के कौशल’ के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा. वहीं, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर उन्हें पार्टी कार्यालय में सुरक्षा रखनी है तो वह किसी पूर्व ‘अग्निवीर’ को प्राथमिकता देंगे.

भाजपा मुख्यालय को दो एकड़ ज़मीन देने के लिए केंद्र ने दिल्ली मास्टरप्लान में किया बदलाव

भाजपा को दी जाने वाली 2.189 एकड़ की अतिरिक्त भूमि 3बी, डीडीयू मार्ग पर है. पहले ये प्लॉट आवासीय उपयोग की श्रेणी में था. हालांकि, इसमें संशोधन करके सार्वजनिक और अर्ध-सार्वजनिक सुविधाओं की श्रेणी में कर दिया गया.

फ़र्ज़ी ख़बरें गढ़ने के लिए पत्रकार बनकर किया गया भाजपा कार्यालय से फोन: असम कांग्रेस

भाजपा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि कार्यालय आने वाले पत्रकार कभी-कभार वहां के फोन का इस्तेमाल करते हैं.

नए भाजपा मुख्यालय पर ममता का सवाल, कहां से आया इतना पैसा?

ममता ने कहा कि बैंकिंग घोटाले नोटबंदी के एक साल पहले से प्लान किए जा रहे थे. केंद्र सरकार क्या कर रही थी? टीवी पर भाषण और दूसरों को उपदेश देने के बजाय उन्हें काम करना चाहिए.