पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी करने को लेकर भाजपा नेता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र में बीते दिनों केस दर्ज किया गया था. वहीं दिल्ली इकाई के प्रवक्ता रहे नवीन जिंदल ने बीते एक जून को पैगंबर मोहम्मद का उल्लेख करते हुए एक ट्वीट किया था, जिससे उनकी आलोचना हो रही थी.
पुलिस ने बताया कि हाल ही में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद दुकानें बंद कराने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के लोग एक दूसरे से भिड़ गए जिसके बाद कानपुर के कुछ हिस्से में हिंसा भड़क गई. 500 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ दंगा और हिंसा को लेकर तीन एफ़आईआर दर्ज की
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक मुस्लिम संगठन रज़ा अकादमी के संयुक्त सचिव इरफ़ान शेख़ की शिकायत पर बीते 28 मई की रात दक्षिण मुंबई के पायधुनी थाने में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. शिकायत में ज्ञानवापी मस्जिद मुद्दे पर हुई एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद और उनकी पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप शर्मा पर लगाया गया है.
हरियाणा भाजपा के प्रवक्ता और करणी सेना अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने धर्मांतरण, लव जिहाद और जनसंख्या नियंत्रण क़ानून पर बुलाई गई महापंचायत में कहा कि अगर भारत हमारी माता है तो पाकिस्तान के हम बाप हैं और ये पकिस्तनियों को हम यहां किराये पर मकान नहीं देंगे. इनको इस देश से निकालो, ये प्रस्ताव पास करो.
वीडियो: भाजपा प्रवक्ता नवीन कुमार द्वारा वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ पर फ़र्ज़ी ख़बर फैलाने का आरोप लगाया गया है. वहीं, बेंगलुरु में एमनेस्टी इंटरनेशनल के पूर्व निदेशक आकार पटेल पर सोशल मीडिया पर ‘भड़काऊ’ पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है. इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का नज़रिया.
बचपन में होली खेलने के लिए मस्जिद से पानी लेने गया तो मौलाना ने ग़ैर-मुस्लिम होने का सर्टिफिकेट दे दिया. गुरुवार को टीवी पर संबित को सुना तो बचपन की यादें ताज़ा हो गईं.
पिछले साल दिल्ली हाईकोर्ट ने सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी ओएनजीसी में भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा को स्वतंत्र निदेशक बनाने के मामले में दख़ल देने से इनकार कर दिया था.
न्यूज़ चैनल हर विषय पर दलीय प्रवक्ताओं की भीड़ क्यों इकट्ठा करना चाहते हैं? क्या वे राजनीतिक दलों, ख़ासकर सत्ताधारी दल को हर मुद्दे पर अपना फोरम मुहैया कर खुश रखने की कोशिश करते हैं?