खगड़िया ज़िले के अगुवानी को भागलपुर के सुल्तानगंज से जोड़ने वाले गंगा नदी पर बन रहे इस पुल के ढहने की यह तीसरी घटना है. पिछले साल जून में निर्माणाधीन पुल का 200 मीटर हिस्सा ढह गया था. ठीक एक साल पहले 2022 में ऐसी ही एक और घटना इसी पुल पर घटी थी.
कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: धर्म और सांप्रदायिकता की राजनीति ने एक बेहद ग़ैर-ज़िम्मेदार अर्थव्यवस्था को पोसा-पनपाया है जिसके लिए सामान्य नागरिक की ज़िंदगी का कोई मोल नहीं है.
बिहार में पिछले 17 दिनों में 12 पुल ढह गए हैं. इनमें पुराने और निर्माणाधीन, दोनों तरह के पुल शामिल हैं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका में बिहार सरकार से निर्माणाधीन सहित राज्य के सभी पुलों की उच्च-स्तरीय संरचनात्मक ऑडिट करने के निर्देश देने की मांग की गई है.
बिहार के अररिया ज़िले के सिकटी में बकरा नदी पर बने 182 मीटर लंबे पुल का एक बड़ा हिस्सा मंगलवार दोपहर ढह गया. पुल का निर्माण निजी ठेकेदारों द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 12 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था.