मुंबई: आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर प्रदर्शन, धारा 144 लागू, 29 लोग गिरफ़्तार

मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड बनाने के लिए तकरीबन 2700 पेड़ काटने की मंज़ूरी दे दी गई है, जिसका पर्यावरणविद् विरोध कर रहे हैं. गिरफ्तार किए गए 29 प्रदर्शनकारियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी को वन क्षेत्र घोषित करने की सभी याचिकाएं ख़ारिज की

बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई की आरे कॉलोनी को वन क्षेत्र घोषित करने की सभी याचिकाओं को ख़ारिज करते हुए कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के समक्ष लंबित है, इसलिए हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते.

मुंबई मेट्रो के पक्ष में ट्वीट करने पर अमिताभ बच्चन के घर के बाहर प्रदर्शन

मुंबई मेट्रो परियोजना के तहत कार शेड बनाने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम ट्री अथॉरिटी ने आरे कॉलोनी में 2600 से ज़्यादा पेड़ों को काटने का आदेश दिया है. पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशासन के इस क़दम का विरोध कर रहे हैं.

मुंबई: बीएमसी ने आरे कॉलोनी में करीब 2700 पेड़ों को काटने की अंतिम मंजूरी दी

मुंबई में मेट्रो 3 कॉरिडोर के लिए प्रस्तावित कार शेड के निर्माण के लिए दी गई बीएमसी की मंजूरी के खिलाफ नागरिक अगले 15 दिनों तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं और तब तक आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटने की कोई कार्रवाई नहीं होगी.

मुंबई: पूर्व पर्यावरण मंत्री ने आरे जंगल के पेड़ों को काटने का विरोध करने वालों का समर्थन किया

मुंबई में मेट्रो परियोजना के लिए आरे कॉलोनी में प्रस्तावित कार शेड के लिए 2,700 से अधिक पेड़ों को काटने की मंजूरी दी गई है. पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश समेत शिवसेना के आदित्य ठाकरे ने भी इसका विरोध किया है.

सिंगल मदर के लिए पिता के नाम की ज़रूरत नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट

हाईकोर्ट ने बीएमसी को निर्देश दिया है कि टेस्ट ट्यूब प्रक्रिया से जन्मी एक बच्ची को वह एक नया जन्म प्रमाण पत्र जारी करे जिसमें उसके जैविक पिता का नाम न हो.

बीएमसी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी शिवसेना

बृहनमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव में शिवसेना 84 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं भाजपा ने तगड़ी बढ़त हासिल करते हुए 82 सीटें हासिल की.

इस बार के बीएमसी चुनाव में, सफ़ाई कामगार भी मैदान में

मुंबई के सफाई कामगारों की तमाम समस्याएं हैं लेकिन इन्हें सुलझाने वाला कोई नहीं. इसलिए इनमें से कई कामगार इस बार बीएमसी के चुनाव लड़ रहे हैं.