केंद्रीय एजेंसियों की जांच की आंच से भागकर भाजपा में गए नेताओं को जनता ने नकारा

लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के करीब एक चौथाई उम्मीदवार दूसरे दलों से आयात किए हुए थे. भाजपा की इस रणनीति से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई कार्यकर्ता नाराज़ थे.

निर्वाचन आयोग ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के चुनाव अभियान पर दो दिनों की रोक लगाई

चुनाव आयोग ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव को 1 मई रात 8 बजे से 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से रोक दिया है.

कांग्रेस के पास 2024 के लिए उत्तर भारत में फिर उठ खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ इस विपक्षी गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुक़ाबला है.

2024 आम चुनाव के मद्देनज़र हिंदी पट्टी में कांग्रेस की हार के क्या मायने हैं?

वीडियो: तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत को लेकर वरिष्ठ पत्रकारों- राजन महान, आलोक पुतुल और द वायर के पॉलिटिकल एडिटर के साथ चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

आंकड़ों की रोशनी में फीका है नरेंद्र मोदी का लोकसभा चुनाव में ‘हैट्रिक’ का दावा

विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों की जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने 'हैट्रिक' शब्द कहते हुए आगामी लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार की ज़मीन तैयार कर दी है. हालांकि, आंकड़ों के साथ इस दावे की पड़ताल भाजपा के लिए उतनी आश्वस्तकारी नहीं है, जितनी समझी जा रही है.

विधानसभा चुनाव में उतरे 21 भाजपा सांसदों में से 11 को सफलता मिली

भाजपा ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था, जिनमें से मध्य प्रदेश में पांच, राजस्थान में चार और छत्तीसगढ़ में तीन सांसद विजयी हुए. हालांकि तेलंगाना में तीनों हार गए.

विधानसभा चुनाव परिणाम: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की है, वहीं तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीआरएस को हराया है.

तेलंगाना: के. चंद्रशेखर राव ने टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति किया

के. चंद्रशेखर राव ने अगले साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में यह क़दम उठाया है. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस ने राव की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीतिक लोभ का परिणाम है.