अनुसूचित जाति के लोगों के साथ राजनीतिक दल ‘ग़ुलामों’ की तरह व्यवहार करते हैं: भाजपा विधायक

राजस्थान के भीड़वाड़ा ज़िले में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा कि यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि आज की राजनीति में अनुसूचित जाति के सदस्यों को खुलकर बोलने की आज़ादी नहीं है. अगर वे खुलकर बोलते हैं तो उनका टिकट कट जाता है.

मीडिया और शैक्षणिक संस्थानों में जातिवाद की तहें खोलती ‘ग़ाज़ीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’

वीडियो: वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश के संस्मरणों का संकलन ‘ग़ाज़ीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’ हाल ही में आया है. इसमें उन्होंने अपनी जीवन यात्रा बताते हुए देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों और मीडिया जैसे दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बेहद प्रतिष्ठित माने जाने वाले कुछ लोगों की जातिवादी प्रवृत्ति को रेखांकित किया है. इस किताब को लेकर उनसे विशाल जायसवाल की बातचीत.

‘भारत के प्रगतिशील और उदारवादियों की समस्या है कि वे अपना घेरा तोड़कर समाज के बीच नहीं जाते’

साक्षात्कार: हाल ही में आए अपने संस्मरणों के संकलन ‘ग़ाज़ीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’ में वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश ने अपने अनुभवों के माध्यम से देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों और मीडिया में बरते जाने वाले जातिवादी रवैये को रेखांकित किया है. इस किताब को लेकर उनसे बातचीत.