शव की पहचान जवान चंद्रशेखर हर्बोला के रूप में हुई है. वर्ष 1984 में जब भारत-पाकिस्तान के बीच दुनिया की सबसे ऊंची रणभूमि सियाचिन में टकराव हुआ था, तब ऑपरेशन मेघदूत के तहत क्षेत्र में गश्त के लिए 20 सैनिकों को भेजा गया था. इस दौरान सभी सैनिक तूफान की चपेट में आ गए. 15 जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे, लेकिन हर्बोला समेत पांच सैनिकों के शव नहीं मिल पाए थे.