वीडियो: अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के मौक़े पर लगभग 300 युवाओं की टोली ने मुंबई के क़रीबी इलाकों में उन दुकानों पर हमला किया, जिनके नाम मुस्लिमों जैसे प्रतीत होते थे. उन दुकानों पर भी हमला हुआ, जिन्होंने भगवा झंडे नहीं लगा रखे थे. इसे लेकर स्थानीय भाजपा नेता पर उकसावे के आरोप लगे हैं.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर लगभग 300 युवाओं की टोली ने मुंबई के क़रीबी इलाकों में उन दुकानों पर हमला किया, जिनके नाम मुस्लिमों जैसे प्रतीत होते थे. उन दुकानों पर भी हमला हुआ, जिन्होंने भगवा झंडे नहीं लगा रखे थे. पीड़ितों की ओर से पेश वकील ने द वायर को बताया कि काफी समझाने के बाद पुलिस ने चार मामलों में एफआईआर दर्ज की है.
गुड़गांव के सेक्टर 69 की एक चाय की दुकान की दीवार पर ये आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें मुसलमानों से सोमवार तक जगह छोड़ने वरना परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. हालांकि दुकान के मालिक ने कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति पर इसका संदेह जताया है, जिससे कुछ दिन पहले उनका विवाद हुआ था.
वीडियो: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक तनाव के बाद गुड़गांव के बादशाहपुर में मुस्लिमों के स्वामित्व वाली दुकानों में लूट और तोड़फोड़ देखी गई, साथ ही कथित तौर पर एक मुस्लिम बहुल झुग्गी बस्ती में आगजनी की ख़बर भी आई. इसके बाद कई मुस्लिम परिवार शहर छोड़कर जा रहे हैं.
नूंह में सोमवार को हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने दावा किया था कि नलहर महादेव मंदिर में मुस्लिम दंगाइयों ने लगभग तीन-चार हज़ार लोगों को 'बंधक बना लिया' था. मंदिर के पुजारी ने द वायर को बताया कि ऐसा नहीं हुआ था. लोग बाहर माहौल तनावग्रस्त होने के चलते वहां फंसे हुए थे.
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक कार्यक्रम में मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर इन लोगों पर काबू नहीं पाया गया तो पूरा देश मणिपुर की तरह जल जाएगा.
जननायक जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रशासन को इस बात का सटीक विवरण नहीं दिया कि कितने लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन को सही ढंग से सूचित किया गया होता, तो सांप्रदायिक हिंसा से बचा जा सकता था.
वीडियो: हरियाणा के मेवात क्षेत्र के नूंह में विहिप और बजरंग दल की शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद ज़िला प्रशासन द्वारा यात्रा के लिए गठित शांति समिति के सदस्य रमज़ान चौधरी ने इस हिंसा को सुनियोजित बताया है. उनसे बातचीत.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि सासाराम के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को अल्पसंख्यकों को ‘खुश करने’ के लिए गिरफ़्तार किया गया है. बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ़ में बीते 31 मार्च और 1 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. बिहार शरीफ़ में हुईं झड़पों के दौरान एक 16 वर्षीय किशोर की मौत हो गई थी.
बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि नेपाल के जनकपुर में भगवाधारी लोगों ने एक स्थानीय मस्जिद के पास ‘हंगामा’ किया, जो एक मंदिर के पास स्थित है. रैली विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली गई थी. बीरगंज में भी सांप्रदायिक तनाव देखा गया.
भारतीय जनता पार्टी के नेता अब खुलकर रामनवमी में हिंसा का उकसावा कर रहे हैं. और वे सरकारों में हैं. उन्होंने इसे हिंदुत्व के लिए गोलबंदी का ज़रिया बना लिया है. अब रामनवमी उन राज्यों में भी मनाई जाने लगी है जहां इसका रिवाज न था.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा भाजपा ने पहले राम का नाम लेकर, उनकी जन्मभूमि को आधार बनाकर अपनी पकड़ मजबूत की, और फिर राजनीतिक सत्ता पाई. अब रामनवमी उसी सत्ता का शक्ति-प्रदर्शन मात्र बनकर रह गई है.
उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में मोहर्रम का जुलूस निकालने के दौरान दो समुदायों के लोगों में डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया और दोनों पक्षों ने कथित रूप से एक-दूसरे पर पथराव किए. वहीं, वाराणसी के करधना गांव में ताजिया जुलूस ले जाने के समय दो समुदायों के बीच विवाद हो जाने पर जमकर लाठी-डंडे चलने के साथ ही पथराव हुआ.
कर्नाटक के बगलकोट ज़िले के केरुर शहर में छेड़खानी को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इस दौरान आगज़नी और तोड़फोड़ शुरू हो गई, जिससे शहर का मुख्य बाजार क्षेत्र बंद करना पड़ा.
विभिन्न शहरों में दो समुदायों के बीच हालिया हिंसक झड़पों पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि कोई राजनीतिक दल नहीं, बल्कि कुछ लोग देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि उन्होंने पंजाब के पटियाला में बीते दिनों हुई हिंसक झड़प पर कहा कि राज्य सरकार इसे रोक सकती थी.