बीते 6 मई को किंग चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी कैमिला को ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल के राजा और रानी के रूप में ताज पहनाया गया. इस दौरान लंदन में राजशाही का विरोध कर रहे 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. मानवाधिकार समूहों ने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है.
सुप्रीम कोर्ट एक याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने दिवंगत शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा ज्योतिष पीठ के उत्तराधिकारी के रूप में उन्हें नियुक्त किए जाने का झूठा दावा किया है.